नहीं होती जनसुनवाई ग्रामीण विभागों के चक्कर लगाने पर मजबूर

रिपोर्टर विनय पटेल
बैरसिया। प्रत्येक मंगलवार को ग्राम पंचायतों में जनसुनवाई करने के निर्देश है मगर शासन के इन निर्देशों की ग्राम पंचायतों में धज्जियां उड़ाई रही है जनपद पंचायत बैरसिया की कई ग्राम पंचायतों हे जिनमें जन सुनवाई नहीं हो रही है ग्रामीणों के अनुसार जन सुनवाई न होने का मुख्य कारण अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों की लापरवाही ओर। भ्रष्ट रवैया है, जिससे ग्रामीणों की समस्याएं अनसुनी रह जाती हैं जनसुनवाई के निश्चित दिन भी पंचायतों भवनों में ताला लगा रहता है जन सुनवाई ना होने से ग्रामीणों को छोटे-मोटे कामों के लिए परेशान होना पड़ रहा है जिम्मेदार अफसरों की अनदेखी से पंचायतों में बढ़ रही मनमानी ऐसे में पंचायत स्तर पर जन सुनवाई होने की उम्मीद किसी मजाक से कम नहीं लग रही है। अफसर भी इस दिशा में ध्यान नहीं दे रहे है। जिसका कारण ग्रामीण अपनी छोटी-मोटी परेशानियों को लेकर भटक रहे है जब जनपद पंचायत बैरसिया के वरिष्ठ अधिकारी को मामले से अवगत करवाया तो उन्होंने भी दूसरे विभागों का हवाला देते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया अब देखने वाली बात यह हे कि इस समस्या को हल करने में जिम्मेदार अपना सहयोग देते हे कि वह भी भ्रष्टाचार में लिप्त होने के कारण कार्यवाही नहीं करते
