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रेडी टू ईट बितरण बिल में पर्यवेक्षक नहीं कर रही हस्ताक्षर

बलौदाबाजार से धीरेन्द्र साहू

परियोजना अधिकारी के नाम से पहले से दोगुना राशि की कर रही है मांग

बलौदाबाजार//पुरुषोत्तम कैवर्त// जिले के कसडोल विकासखंड के अंतर्गत एकीकृत बाल विकास परियोजना सोनखान के बोरसी सेक्टर से चौंकाने वाला एक मामला सामने आया है कि दूध मुहें बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों में रेडी टू ईट वितरण किए जाने वाले महिला समूह से बिल पास कराने पर्यवेक्षक द्वारा रुपए ली जाती है। यह मामला कसडोल विकासखंड के सोनखान परियोजना के अंतर्गत बोरसी सेक्टर से सामने आया है ।
ग्राम बकला की “मां लक्ष्मी” महिला स्व सहायता समूह के संचालक दरस राम वर्मा ने हमारे प्रतिनिधि को बताया कि पहले रेडी टू ईट का निर्माण एवं वितरण महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जाता था ,किन्तु पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा अपनी एजेंसी द्वारा पैकेट निर्माण कर महिला समूहों को वितरण ले लिए सिर्फ पैकेट दिया जाता है। उसे आंगन बाड़ी केंद्रो मे वितरण करने के एवज मे वाहन किराया के अतिरिक्त प्रति पैकेट एक रूपया दिया जाता है ।उसमे भी अधिकारियों द्वारा इस तरह कमीशन मांगना दुर्भाग्य पूर्ण है।
श्री वर्मा ने बताया कि हमारी मां लक्ष्मी महिला स्व सहायता समूह ग्राम बकला द्वारा सोनखान परियोजना के बोरसी सेक्टर के सभी आंगन बाड़ी केंदों में रेडी टू ईट पैकेट का वितरण किया जाता है ,जिसके एवज में शासन द्वारा समूह को प्रति पैकेट एक रुपया की दर से मेहनताना मिलता है। बोरसी सेक्टर में कुल 35 आंगन बाड़ी केंद्र हैँ,जिसका मेहनताना राशि प्रति माह 5000 से 5500 रुपए होता है । उसमें भी पर्यवेक्षक पूजा ध्रुव द्वारा हर माह 500 रुपए ले लेती है। हद तो तब हो गई ज़ब फरवरी 2025 से नया परियोजना अधिकारी चंद्रहास नाग के नाम से 1000 रुपए की मांग कर रही है। जिसको समूह द्वारा रुपए देने से इंकार करने पर भुगतान बिल में हस्ताक्षर नहीं कर रही है। वह साफ शब्दों मे कहती है कि हम भी रुपए देकर नौकरी में लगे हैँ कमीशन नहीं लेंगे हो हमारा पैसा कहाँ से आएगा ? प्रति माह 1000 रुपए लगेगा, तभी बिल पास करूंगी। आप लोगों को जहाँ जाना है, जाओ। जिससे शिकायत करना है, कर दो।
समाचार के माध्यम से मां लक्ष्मी महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने मांग की है कि उच्चाधिकारी इस पर शीघ्र संज्ञान लें और ऐसी मनमानी करने वाली पर्यवेक्षक पर कड़ी करवाई करें,साथ ही बोरसी सेक्टर से उनको हटाने की कृपा करें। महिला समूह की महिलाओं ने उच्चाधिकारियों से भी शिकायत करने की बात कही हैँ।
अब देखते हैँ कि उच्चाधिकारी खबर प्रकाशन के बाद इस मामले को किस रूप में देखते हैँ और क्या कर्रवाई करते है ? आने वाले समय में पता चलेगा।
इस सम्बन्ध में जानकारी पूजा पर्यवेक्षक पूजा ध्रुव की मोबईल नम्बर 6261705611 पर सम्पर्क की है, किन्तु फोन नहीं उठाने के कारण बात नहीं हो सकी। मामले की जानकारी लेता हूं, शिकायत सही पाए जाने पर उचित कर्रवाई की जावेगी। चंद्रहास नाग

परियोजना अधिकारी सोनखान
विकासखंड कसडोल,जिला बलौदाबाजार भाटापारा (छ ग)

जिला बलौदाबाजार

बलौदाबाजार से धीरेन्द्र साहू

रेडी टू ईट बितरण बिल में पर्यवेक्षक नहीं कर रही हस्ताक्षर

परियोजना अधिकारी के नाम से पहले से दोगुना राशि की कर रही है मांग

बलौदाबाजार//पुरुषोत्तम कैवर्त// जिले के कसडोल विकासखंड के अंतर्गत एकीकृत बाल विकास परियोजना सोनखान के बोरसी सेक्टर से चौंकाने वाला एक मामला सामने आया है कि दूध मुहें बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों में रेडी टू ईट वितरण किए जाने वाले महिला समूह से बिल पास कराने पर्यवेक्षक द्वारा रुपए ली जाती है। यह मामला कसडोल विकासखंड के सोनखान परियोजना के अंतर्गत बोरसी सेक्टर से सामने आया है ।
ग्राम बकला की “मां लक्ष्मी” महिला स्व सहायता समूह के संचालक दरस राम वर्मा ने हमारे प्रतिनिधि को बताया कि पहले रेडी टू ईट का निर्माण एवं वितरण महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जाता था ,किन्तु पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा अपनी एजेंसी द्वारा पैकेट निर्माण कर महिला समूहों को वितरण ले लिए सिर्फ पैकेट दिया जाता है। उसे आंगन बाड़ी केंद्रो मे वितरण करने के एवज मे वाहन किराया के अतिरिक्त प्रति पैकेट एक रूपया दिया जाता है ।उसमे भी अधिकारियों द्वारा इस तरह कमीशन मांगना दुर्भाग्य पूर्ण है।
श्री वर्मा ने बताया कि हमारी मां लक्ष्मी महिला स्व सहायता समूह ग्राम बकला द्वारा सोनखान परियोजना के बोरसी सेक्टर के सभी आंगन बाड़ी केंदों में रेडी टू ईट पैकेट का वितरण किया जाता है ,जिसके एवज में शासन द्वारा समूह को प्रति पैकेट एक रुपया की दर से मेहनताना मिलता है। बोरसी सेक्टर में कुल 35 आंगन बाड़ी केंद्र हैँ,जिसका मेहनताना राशि प्रति माह 5000 से 5500 रुपए होता है । उसमें भी पर्यवेक्षक पूजा ध्रुव द्वारा हर माह 500 रुपए ले लेती है। हद तो तब हो गई ज़ब फरवरी 2025 से नया परियोजना अधिकारी चंद्रहास नाग के नाम से 1000 रुपए की मांग कर रही है। जिसको समूह द्वारा रुपए देने से इंकार करने पर भुगतान बिल में हस्ताक्षर नहीं कर रही है। वह साफ शब्दों मे कहती है कि हम भी रुपए देकर नौकरी में लगे हैँ कमीशन नहीं लेंगे हो हमारा पैसा कहाँ से आएगा ? प्रति माह 1000 रुपए लगेगा, तभी बिल पास करूंगी। आप लोगों को जहाँ जाना है, जाओ। जिससे शिकायत करना है, कर दो।
समाचार के माध्यम से मां लक्ष्मी महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने मांग की है कि उच्चाधिकारी इस पर शीघ्र संज्ञान लें और ऐसी मनमानी करने वाली पर्यवेक्षक पर कड़ी करवाई करें,साथ ही बोरसी सेक्टर से उनको हटाने की कृपा करें। महिला समूह की महिलाओं ने उच्चाधिकारियों से भी शिकायत करने की बात कही हैँ।
अब देखते हैँ कि उच्चाधिकारी खबर प्रकाशन के बाद इस मामले को किस रूप में देखते हैँ और क्या कर्रवाई करते है ? आने वाले समय में पता चलेगा।
इस सम्बन्ध में जानकारी पूजा पर्यवेक्षक पूजा ध्रुव की मोबईल नम्बर 6261705611 पर सम्पर्क की है, किन्तु फोन नहीं उठाने के कारण बात नहीं हो सकी। मामले की जानकारी लेता हूं, शिकायत सही पाए जाने पर उचित कर्रवाई की जावेगी। चंद्रहास नाग

परियोजना अधिकारी सोनखान
विकासखंड कसडोल,जिला बलौदाबाजार भाटापारा (छ ग)

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