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छत्तीसगढ़ ड्राईवर महासंगठन के प्रदेश संगठन मंत्री माखन लाल नेताम के तत्वधान में चलाया जा रहा महाबंद महाअभियान,ड्राईवरों के हक् की होगी लड़ाई।

लाइव भारत 36 न्यूज चैनल से मोहन चौहान कि रिपोर्ट

कोरबा  छत्तीसगढ़ ड्राईवर महासंगठन के प्रदेश संगठन मंत्री माखन लाल नेताम के तत्वधान में कोरबा जिले के पाली ब्लॉक अंतर्गत हरदी बाजार से बलौदा जाने वाले मुख्य मार्ग पर छत्तीसगढ़ ड्राईवर महासंगठन के पदाधिकारियों द्वारा ड्राइवर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है,जिस अभियान में उन्होंने कहा हमारे जितनें भी ड्राइवर भाई बंधु है वह सभी अपने हक की लड़ाई में हमारा साथ देवे,जिससे हमारी मांगे पुरी हो जाये,छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन प्रदेशाध्यक्ष प्रीतम सेन,जिलाध्यक्ष गुड्डू भइया,जिला उपाध्यक्ष कृपादास,जिला सचिव तामेश्वर जायसवाल,ब्लॉक प्रभारी महेंद्र कश्यप,ब्लॉक अध्यक्ष बसंत पटेल,ब्लॉक उपाध्यक्ष शिव महंत,ब्लॉक सचिव सुनील बंजारे,ब्लॉक सहसचिव शनिराम रोहिदास,कोषाध्यक्ष अजय पटेल,ब्लॉक मिडिया प्रभारी शैलेन्द्र कुमार,संगठन मंत्री सुनील पटेल व पूरे संगठन का कहना है,कि संगठन का एकजुटता नही रहेगी,तो संगठन मजबूत नहीं होगा,इसलिए हमें एकता रहना चाहिए
,जिससे संगठन के मजबूती से ही हमारी मांगे पूरी हो सकती है। एकता में ही अनेकता है छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन के पदाधिकारियों ने अपील किया कि चालक शराब के नशे में गाड़ी न चलाएं, सीट बेल्ट और अन्य वाहन संचालन के लिए बने नियमों का पालन करें। पिकर गाड़ी ना चलायें और सिट बेल्ट लगाने के साथ मोटर वाहन नियमों का पालन कर अपने सुरक्षित रहने के साथ दूसरे को भी सुरक्षित रखें। छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन के पदाधिकारियों का कहना है,कि अगर हमारी मांगे पुरी नही किया जाता है तो 25 अक्टुबर 2025 से हमारा महासंगठन अनिश्चितकालीन हड़ताल के लिए बाध्य होगा,और अगर इस बिच कोई भी अप्रिय घटनाऐं होती है तो उसका जिम्मेदारी शासन – प्रशासन की होगी। छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन का कहना है,कि अगर उड़ीसा सरकार ने तो मानी लेकिन अब छत्तीसगढ़ सरकार की बारी,

ड्राईवर सुरक्षा कानून व शराबबंदी और वेलफेयर बोर्ड के लिये चक्का जाम हमारे प्रमुख मांगे इस प्रकार से है।

हमारे प्रमुख मांगे इस प्रकार से है :-

(1) छत्तीसगढ़ राज्य पर पूर्ण शराब बंदी।

(2) ड्राईवर सुरक्षा कानून का गठन।

(3) ड्राईवर वेलफेयर बोर्ड का गठन ।

(4) कामर्सियल लाइसेंस पर बीमा की व्यवस्था हो।

(5) 10 लाख रूपये दुर्घटना में मुत्यु के उपरांत दिया जाये।

(6) 5 लाख रूपये दुर्घटना में अपंगता के उपरांत दिया जाये ।

(7) चालक हेल्थ कार्ड जारी किया जाये जिसमें 10 लाख रूपये तक देश के सम्पूर्ण राज्य पर इलाज का प्रावधान हो।

(8) 55 वर्ष पूर्ण होने पर ड्राइवर को पेंशन दिया जाये ।

(9) शिक्षक एवं नौकरी के क्षेत्र में ड्राइवर के बच्चों को आरक्षण दिया जाये ।

(10) छत्तीसगढ़ राज्य के सभी जिलों में ड्राइवर स्मारक का निर्माण किया जाये ।

(11) ड्राइवर के साथ मार पिट लूटपाठ एवं अभद्रता पर 5 वर्ष तक का कठोर करावास का प्रावधान हो।

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