छत्तीसगढ़: रिश्वतखोर पटवारी की पत्रकार को धमकी, गलत बिल में हाथ डाल दिया….पता कर लेता कौन हूं..तू जिंदा नहीं बचेगा..देख लूंगा..
छत्तीसगढ़: रिश्वतखोर पटवारी की पत्रकार को धमकी, गलत बिल में
गौरेला पेंड्रा मरवाही: किसानो से जुड़ी खबर प्रकाशित करना एक पत्रकार को कितना महंगा पड़ सकता है इसकी बानगी गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में देखने को मिल रही है, जहां जिले के राजस्व विभाग में पदस्थ रिश्वतखोर पटवारी बालकृष्ण पांडेय द्वारा खुलेआम एक पत्रकार को मारने की धमकी दी जा रही है,,,
दरअसल पूरा मामला किसान के धान से जुड़ा हुआ है, जिले के सकोला तहसील के मटियादांड़ में पदस्थ पटवारी बालकृष्ण पांडेय के ऊपर किसानों के द्वारा उगाही जैसा गंभीर आरोप लगाया गया था,
किसानों का आरोप था कि पटवारी के द्वारा जमकर उगाही अवैध वसूली की जाती है, राजस्व से जुड़े हुए कार्यों को करने के एवज में मोटी रकम की मांग की जाती है,वही एक किसान का आरोप था कि पटवारी के द्वारा धान बिक्री टोकन के सत्यापन के लिए मोटी रकम की मांग की थी,
जिसमें रकम न मिलने पर किसान के धान को मध्यप्रदेश का बता कर दूसरे दिन जब्त कर लिया गया था,
जिसमें किसान के द्वारा उक्त मामले की लिखित शिकायत कर बताया गया था कि पटवारी के द्वारा सत्यापन के लिए कमीशन की मांग की जा रही थी नहीं मिलने पर धान को अवैध बताकर दूसरे दिन जब्त किया गया है, जबकि धान मेरे घर का है, मामले की विस्तृत जांच करने के बाद कार्यवाही की मांग की गई है,
, किसान के साथ हुए प्रताड़ना और मामले की गंभीरता को देखते हुए पत्रकार के द्वारा रिश्वत खोर पटवारी किसान परेशान करके खबर का प्रकाशन किया गया था,
जिसके बाद पटवारी बालकृष्ण पांडेय का दुस्साहस कहे या पैसों की गर्मी की खुलेआम पत्रकार को ही मारने और देख लेने की धमकी देने लगा,,
बता दे उक्त मामले में पत्रकार के द्वारा पुलिस अधीक्षक को आवेदन सौंप कार्यवाही की मांग की गई है और जल्द ही उक्त मामले में गृह मंत्री से मिलकर कार्यवाही की मांग की जाएगी
गौरतलब हैं कि राज्य में अभी मुकेश चंद्राकर हत्या का मामला शांत भी नहीं हुआ है वहीं दूसरी और नवनिर्मित जिले में मारने की धमकी आश्चर्यचकित करती है, और कानून व्यवस्था पर सवाल भी खड़ी करती है,,
