मातागढ़ तुरतुरिया में जल्द भव्य मंदिर की होगी स्थापना क्षेत्रवासियों ने बैठक कर रूपरेखा की तैयारी में जुटे

लाइव भारत 36 न्यूज़ से बलौदाबाजार से धीरेन्द्र साहू
बलौदाबाजार//जिले के सुप्रसिद्ध सेंचुरी बारनवापारा अभ्यारण्य के समीप जनपद पंचायत कसडोल द्वारा संचालित मां जन्मदात्री के रूप में विख्यात पौराणिक कथा के अनुसार लवकुश की जन्मस्थली मातागढ़ तुरतुरीया में जल्द भव्य मंदिर का अब होगा निर्माण।मंदिर निर्माण के लिए 13 अगस्त मंगलवार को क्षेत्रवासियों द्वारा बैठक आहुत किया गया।भव्य मंदिर के स्थापना के लिए आसपास के सभी ग्रामवासी एकत्र हुए।जिसमें मंदिर निर्माण कि चर्चा हुई, इस बैठक में लोगों द्वारा चंदा के रुप में तत्कालीक रुप से लगभग 5 लाख रुपये चंदा लोगों द्वारा कुछ दिनों में प्राप्त होने कि जानकारी मिली है।बैठक में लगभग 1 करोड़ कि लागत से मंदिर निर्माण कि चर्चा हुई।इसमें जनपद अध्यक्ष सिद्धांत मिश्रा कि अध्यक्षता में बैठक का शुभारंभ किया गया।जिसमें मंदिर निर्माण के लिए कोर ग्रुप समिति क गठन किया गया।बैठक में उपस्थित लोगों ने सर्व सहमति से सिध्दांत मिश्रा को अध्यक्ष,निलकंठ यादव को सचिव, रामचरण यादव को कोषाध्यक्ष एवं 6 अन्य लोगों को उपाध्यक्ष पद पर रखा गया जिसमें अरुण कुरुवंशी,संजू ठाकुर,छनकराम यादव,राजकुमार बरिहा,हिराराम पैकरा,कृष्ण कुमार कश्यप,सहसचिव कोयलदास मानिकपुरी,व पदेन सदस्य सभी जनपद सदस्य,जिला सदस्य,सभी ग्राम पंचायत सरपंच होंगे।कोर ग्रुप में ग्राम वासियों को भी लिया गया है,जिसमें धनसिंग निषाद पुटपुरा, कृष्णा कुमार मरकाम घिरघोल,अंजोर दास मानिकपुरी दौनाझर,गोवर्धन ओंटी दोंंद,तिहार सिंह नागवंशी खुड़मुड़ी, सुरेन्द्र नागवंशी खुड़मुड़ी,संतोष कुमार मुड़पार, लोकनाथ रात्रे सैहाभाठा,छेदी लाल साहू कोसमसरा,कुमार जगत पाड़दाह,मंगतु जगत पाड़ादाह,अश्विनी कैवरतय सैहाभाठा,पुरुषोत्तम ठाकुरदिया,विश्वनाथ मांझी ठाकुर दिया,सुदामा यादव बार,पलटु राम परसदा, नरसिंह यादव नंदनिया, जवालिल यादव बोरसी,सुन्दर सिंह भरका, तीजराम विश्वकर्मा टेमरी, फिरतराम कैवरतय पैरागुड़ा,शेर सिंह धुरव भड़ोरा, सोहन पैकरा सुखदा, पंचु विश्वकर्मा खैरा,रमेश भोई हरदी, मोहन नेताम दोंद,नित्यानंद पटेल ढेबी, भुवनेश्वर पैकरा बफरा,प्रताप पैकरा बफरा,फुलसिंह पैकरा नवाडीह, गोपाल बरिहा सुरबाय,सुरेश ठाकुर अलदा, डान चौहान बार,धरम रात्रे सैहाभाठा चुने गए।इस बैठक में सैकड़ों लोगों कि उपस्थित में चर्चा परिचर्चा के साथ पदाधिकारी का चयन किया गया। साथ हि बाहरी लोग जो तुरतुरिया में मंदिर को पकड़कर अपना जीवन यापन चला रहें हैं,ऐसे लोगों को वहां से हटाने कि भी चर्चा कि गई।