किसानों को बताया प्राकृतिक खेती का महत्व नवाई के उचित प्रबंधन की दी सलाह

मोटे अनाजों में पाए जाने वाले पोषक तत्व हमें बीमारियों से बचते हैं इसके महत्व को लोग भूल गए हैं

रिपोर्टर विनय सिंह पटेल
बैरसिया के ग्राम मेगरा कला में किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा ग्राम पंचायत मेगरा कलाँ में खरीफ फसल बुवाई के पूर्व विकसित कृषि संकल्प अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान में डाँ मधुमति शाह कृषि विज्ञान केंद्र साइटिस्ट भोपाल के साथ श्रीमती शिखा चौहान, , ग्राम सेवक सौरभ धाकड़ पशु वैज्ञानिक डॉ निरंजन मिश्रा, पशुपालन विभाग मनोज पाटीदार, उद्यान की विभाग संदीप उपाध्याय ने बताया कि कृषि वैज्ञानिक ग्राम के महिला एवं पुरुष कृषकों को खरीफ की बोवनी की तैयारी से लेकर उसके संबंध में बरती जाने वाली सावधानियों के तहत उन्नत एवं वैज्ञानिक तकनीकों, प्राकृतिक खेती, जैविक खेती, जल प्रबंधन, पशुपालन, उद्यानिकी, मछली पालन एवं कृषि यंत्रीकरण की जानकारी दी। जिससे कृषकों की आय में वृद्धि हो और वे सतत कृषि पद्धतियों को अपना सकें। इसके साथ ही किसानों की शंकाओं का विस्तृत समाधान भी आयोजन में किया गया ओर कृषि विज्ञानो ने मोटे अनाज के बारे में बताया कि ज्वार ,बाजरा रामदाना, तुवार, तिल्ली ,मक्का जैसे अनाज मूल स्वरूप से हमारी धरोहर है गेहूं व चावल अधिक चलन से हम इनका सारा महत्व भूल गए हैं जबकि आज पूरी दुनिया हमारे अन्ना मोटे अनाज की उपयोगिता को समझ रही है इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व हमें कई प्रकार की बीमारियों से बचते हैं संदीप उपाध्याय ने बताया कि मोटे अनाज में गुणवत्ता होन से उत्पादक को बढ़ावा देता है इस अन्य का उपयोग करने वाले लोगो स्वस्थ मे सुधार होकर हार्ट ,अटैक, शुगर ,रक्तचाप, केसर ,मोटापा, जैसी गंभीर समस्याओं से राहत पाई जा सकती है
अंत में ग्राम मेगरा कला के भारतीय किसान संघ ग्राम इकाई अध्यक्ष गोरेलाल सिसोदिया द्वारा किसान हितैषी अभियान में शामिल अधिकारियों से चर्चा कर बताया कि हफ्ता या महीने में ग्राम सेवकों को किसानों के बीच में जाना चाहिए ग्राम सेवक ग्रामों के अंदर आते नहीं हैं तो किसान जागरूक कैसे होगा वही किसान संघ के अधिकारी ने जहर मुक्त खेती का संकल्प सभी किसानों को दिलाया ओर सभी से विनम्र निवेदन किया कि हमें सदैव इसी खेती का प्रयोग करना हे जिससे हम और हमारी भूमि दोनों स्वस्थ रहे