गांव की एकता की अनूठी पहल: ग्राम पंचायत सरायपाली ने रचा इतिहास , निर्विरोध निर्वाचित हुई पूरी पंचायत अंजना डीलेश्वर पटेल बने सरपंच

सारंगढ़। लोकतंत्र की असली ताकत जनसहमति और आपसी भाईचारे में निहित होती है, और इसका जीता-जागता उदाहरण ग्राम पंचायत सरायपाली ने पेश किया है। सारंगढ़ जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली इस ग्राम पंचायत सरायपाली ने अनूठा इतिहास रचते हुए पूरे पंचायत निर्वाचन को निर्विरोध संपन्न किया। यहां सरपंच से लेकर सभी वार्ड पंचों का चुनाव बिना किसी प्रतिस्पर्धा के पूर्ण सहमति से हुआ, जिससे पूरे क्षेत्र में हर्ष और गर्व का माहौल बना हुआ है।
लोकतांत्रिक एकता और सहमति का प्रतीक बना सरायपाली…
गांववासियों ने आपसी समरसता, भाईचारे और सहयोग की भावना को प्राथमिकता देते हुए सर्वसम्मति से अपने जनप्रतिनिधियों का चयन किया। यह कदम न केवल ग्राम पंचायत की एकता को दर्शाता है, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक मिसाल भी पेश करता है कि कैसे एकता और समझदारी से प्रशासनिक प्रक्रिया को सरल और विवादरहित बनाया जा सकता है।
ग्राम पंचायत सरायपाली और दमदारहा गांव के नागरिकों ने आपस में बैठक कर तय किए कि इस बार पूरे गांव की पंचायत निर्विरोध चुनी गई। सभी इच्छुक उम्मीदवारों ने आपसी सहमति से नामांकन किया, और अंततः नामांकन वापसी लिए और घोषणा हुई कि सभी पदों पर निर्विरोध चयन हो चुका है।यह ऐतिहासिक निर्णय लिया गया पहली बार ऐसा कर ग्रामवासियों ने लोकतांत्रिक चेतना और जागरूकता का परिचय दिया है।
नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधि…
ग्राम पंचायत सरायपाली की नई पंचायत के लिए निर्विरोध चुने गए प्रतिनिधि इस प्रकार हैं:
सरपंच: श्रीमती अंजना डीलेश्वर पटेल
वार्ड पंच:
- लक्ष्मण सिदार
- लायबानी भागी सिदार
- मेघा मनोज खांडे
- दामिनी दीनानाथ मनहर
- योगेंद्र सिदार
- तीकुंवर अवधराम पटेल
- गेंद राम पटेल
- अहिल्या रामरतन यादव
- रामबती पदुम लाल बरीहा
- गणेश राम चौहानन । ग्राम पंचायत के लिए गर्व का क्षण, अन्य गांवों के लिए प्रेरणा…
पंचायतवासियों का यह निर्णय बताता है कि जब समाज आपसी सहयोग, समर्पण और सेवा की भावना को प्राथमिकता देता है, तो लोकतंत्र और अधिक मजबूत होता है। निर्विरोध चुनाव के कारण पंचायत के प्रशासनिक कार्यों में सहजता आएगी और विकास कार्यों की गति और अधिक तेज होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार के निर्विरोध निर्वाचन न केवल प्रशासनिक प्रक्रिया को सरल बनाते हैं, बल्कि अनावश्यक राजनैतिक तनाव, मतभेद और खर्च को भी कम करती है।