ग्राम पंचायत लवाकेरा बना भ्रष्टाचार का नया गढ़। सरपंच सचिव मिलकर लिख रहे हैं भ्रष्टाचार का नयी इबारत। साफ सफाई के नाम पर हज़ारों रुपये की सेंधमारी। क्या अधिकारी जांच करने की जुटा पाएंगे हिम्मत? पढ़िए पूरी खबर….


जशपुर जिले के फरसाबाहर के ग्राम पंचायत लवाकेरा मे भ्रष्टाचार की नयी इबारत लिखी जा रही है, जँहा साफ सफाई के नाम से हज़ारों रूपये की राशि आहरण कर ली गयी। जब इसकी जानकारी ग्रामीणों को हुई तो ग्रामीणों ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज़ की। ग्रामीणों को कहना है कि किसी के प्राइवेट ज़मीन का फोटो डालकर साफ सफाई के नाम से जो 89200 रुपये आहरण किया गया उस पैसे से और भी जनकल्याणकारी कार्य किया जा सकता था। वंही जब इस मुद्दे पर हमने ग्राम पंचायत लवाकेरा के उपसरपंच से बात की तो उन्होंने बताया कि ना तो सरपंच और ना ही सचिव पैसे आहरण करने से पूर्व प्रस्ताव करते हैं और ना ही जानकारी दी जाती है। उपसरपंच ने बताया कि साफ सफाई के नाम से जो बिल लगाया गया है वह सुरंगपानी के किसी रविशंकर यादव के नाम से लगाया गया है जबकि अगर साफ सफाई की गयी होती तो वो ग्राम के सफाई कर्मियों के खाते मे राशि हस्ताँतरित की गयी होती। वहीं उपसरपंच ने बताया कि सरपंच के द्वारा व्हाट्सप्प मे सिर्फ एक दिन पहले मीटिंग बुलाया जाता है जो पंचायती राज अधिनियम के विरुद्ध है। उपसरपंच ने बताया की इसकी शिकायत जशपुर कलेक्टर की जाएगी। अब देखना यह है कि क्या प्रशासन इस प्रकार के भ्रष्टाचार पर लगाम लगाएगी या भ्रस्टाचारी यूँ ही फलते फूलते रहेंगे
