प्राथमिक शाला डीपापारा सरिया स्कूल बंद होने से ग्रामीण में आक्रोश।

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए युक्तियुक्तकरण नीति लागू किया है। इस नीति के तहत कई स्कूलों में सुधार की उमीद जगी है । तो कई स्कूलों में ताला बंद हो चुकी है। युक्तियुक्तकरण नीति में सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रो के स्कूल में 10 बच्चों से कम संख्या व 1 कि मि से कम की दूरी एवं शहरी क्षेत्र में 30 बच्चों से कम व 500 मीटर की दूरी वाले स्कुलो को बंद कर 500 मीटर पर स्थित स्कूल में मर्ज करने की निर्णय लिया गया है।वही बरमकेला विकास खण्ड के सरिया डीपापारा प्राथमिक स्कूल में 17 बच्चों की संख्या व 2 कि मि से ज्यादा दूरी में कन्या शाला स्कूल सरिया में स्थित है उसके बावजूद भी इस स्कूल को ताला बंद कर मर्ज किया गया है।जिससे नराज होकर ग्रामीण उरकुला चौहान, चंद्रशेखर चौहान, हेमन्त चौहान, गिरधारी चौहान ने सारंगढ़ कलेक्टर के दरवाजा खटखटाया है। बंद किये स्कूल को नही खोलने से ग्रामीण बहुत आक्रोश में है।
वि.ख. शिक्षा अधिकारी के लापरवाही से अनुसूचित जाति के बच्चे शिक्षा से वंचित होने पर मजबूर…
बरमकेला चौहान गांडा समाज के ब्लॉक अध्यक्ष विशिकेशन चौहान ने बताया कि सरिया डीपापारा प्राथमिक शाला स्कूल में अधिकांश अनुसूचित जाति वर्ग एवं आर्थिक तंगी से जूझ रहे बच्चे पढ़ाई करते है। इस स्कूल बंद होने के बाद यहाँ के अधिकाश बच्चे शिक्षा विहीन होने पर मजबूर हैं क्योंकि आर्थिक तंगी एवं सुविधा के अभाव के कारण 2 किमी दूरी को पैदल चल कर स्कूल जाना संभव नही है।रोजाना माता पिता काम करने जाते हैं जिसके कारण से बच्चों को स्कूल तक छोड़ने नही जा सकते।
सात दिवस के पहले स्कूल नही खोलने से होगी जन आंदोलन..
सारंगढ़ बिलाईगढ़ चौहान गांडा समाज के कार्यकारी जिला अध्यक्ष गोपाल बाघे ने बताया कि सरिया डीपापारा प्राथमिक शाला नियम के विरुद्ध बंद किया गया है जो बर्दाश्त से बाहर है। इस स्कूल में चौहान समाज के अधिकांश बच्चों पढ़ रहे हैं। और जानबूझकर बंद करना साजिश है। सात दिवस के अंदर स्कूल नही खोलने से होगी आंदोलन।