हां मै गढ्ढा हूं जिससे आपकी सरकार चलती है,किसी की जेब गरम होती है तो किसी की जिदंगी चली जाती है

लाइव भारत 36न्यूज़ से बलौदाबाजार से धीरेन्द्र साहू
बलौदाबाजार//जिले की सड़कों की कहानी हां मैं गढ्ढा ही हूं जो आज तक भरा नहीं हूं।मुझमें अनगिनत मुशाफीर रोजाना अपनी मंजिल की ओर लड़खड़ाते,बचते,बचाते,जान गंवाते चलते रहते हैं।पर मैं किसी को दिखता क्यों नहीं हूं,क्या मेरी खूबसूरती में कही कोई कमी है,जो राहगीर अपनी गमतब्य तक कुछ समय में पहुंचने के बजाय मुझमें चलते चलते मोहित होकर वक्त से बेवक्त हो जाता है।मैं सड़क का वही गढ्ढा हूं जिससे आपकी राजनीति और सरकार चलती है,अफसरों के जेब गरम हो जाते है मुझे संवारने में,तब तक कुछ लोग परलोक तक पहुंच कर शिकायते भी करते है मेरी बदसूरती का।मैं अभागा न भरा हूं,न मरा हूं बस लोगों की मुद्दाओं और बुजदिली पर जिंदा हूं।ये उस हर सड़क में गड्ढों की जुबानी है जिससे मुंह मोड़ा नहीं जा सकता।प्रदेश में जानलेवा गड्ढों से आखिर लोगों को कब निजात मिलेगी।प्रदेश में वर्तमान राज्य सरकार व पूर्ववर्ती सरकार अब तक सरकारों ने लोगों को केवल विकास के नाम पर ठगा है।जिससे लोगों की सहूलियते तो दूर केवल जुमलों का लोग शिकार हो चले है।जिसके चलते लोग अपनी बुनियादी सुविधाओं को पाने में बेबस और लाचार हो गया है।कुछ हद तक इसके जिम्मेदार हम स्वयं भी है।वही हमारे कसडोल विधानसभा व बिलाईगढ़ विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत की कच्ची व पक्की सड़कें जानलेवा गड्ढों के साथ अत्यंत खराब हो गया है।जहां लवन से लेकर सीरियाडीह,लवन से सरखोर,कसडोल से लेकर बल्दाकछार,कसडोल से लेकर बया पिथौरा मार्ग की पक्की सड़कें वही कच्ची सड़कों में ठाकुरदिया से बार,बार से खूड़मुड़ी, बोरसी ,पकरीद से बार,चरौदा से बार,पटेवा से बार, अवराई से बार,राजादेवरी,सोनाखान,महक म,बया, रिकोकला,चांदन,सुखरी,अर्जूनी, महराजी,कुशगढ़,भानपुर,सोनपुर, थरगांव सहित वनांचल क्षेत्र की अनेकों गांवों को जोड़ने वाली प्रमुख मार्ग खराब हो गई है।कई सरकारें आई और गई लेकिन सड़क की दशा में कोई सुधार नहीं हुआ आज तक सुधार और निर्माण के नाम पर केवल खानापूर्ति की जाती है जहां गुणवत्ता दम तोड़ देती है।आखिर जिम्मेदार कौन?जनता ताक रही है।